ट्रंप के जीतते ही बाइडन को आई बांग्लादेश के हिंदुओं की याद, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा लेकर यूनुस सरकार को सख्त संदेश
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी जीत पर बांग्लादेश की सरकार को एक सख्त संदेश भेजा है। बाइडन ने बांग्लादेश के हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार से कड़ी कार्रवाई की अपील की। यह बयान खासतौर पर तब आया है जब बांग्लादेश में हाल ही में हिंदू समुदाय के खिलाफ कई हमले हुए थे, जिनमें मंदिरों को नुकसान, हिंदू महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, और विरोध प्रदर्शन शामिल थे।
बाइडन का सख्त संदेश
बाइडन ने कहा, “अल्पसंख्यकों के अधिकारों का उल्लंघन किसी भी देश में लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन होता है। बांग्लादेश सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा हो, खासकर हिंदू धर्म के अनुयायियों की, जिनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी भूमिका अहम है।” बाइडन का यह बयान बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ लगातार हो रहे हमलों के मद्देनजर आया है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक संकट
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय कई दशकों से अल्पसंख्यक के रूप में मौजूद है, और हाल के वर्षों में उनके खिलाफ हमले तेज़ हो गए हैं। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में धार्मिक असहमति के कारण पहले ही अल्पसंख्यक समुदायों के लिए संकट पैदा हो चुका है, और अब बांग्लादेश में भी यही संकट गहरा रहा है। हिंदू मंदिरों पर हमले, उनके घरों और दुकानों में तोड़फोड़ और हिंदू महिलाओं के खिलाफ हिंसा ने बांग्लादेश में स्थिति को और जटिल बना दिया है।
शेख हसीना सरकार को सख्त चेतावनी
बाइडन ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना को भी एक सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यूनुस सरकार को सभी धार्मिक समुदायों के अधिकारों की रक्षा करना चाहिए और हिंसा की घटनाओं के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। बाइडन ने यह भी कहा कि धार्मिक सहिष्णुता और समाज में शांति बनाए रखने के लिए बांग्लादेश को ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
भारत का रुख
इस बीच, भारत सरकार ने भी बांग्लादेश सरकार से हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। भारत ने इस मुद्दे पर बांग्लादेश से आधिकारिक रूप से अपनी चिंता व्यक्त की है और पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले संघर्षों के बीच हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाली हिंसा पर गहरी चिंता जताई है।