राज्यसभा में सीट नंबर 222 पर नोटों की गड्डी, अभिषेक मनु सिंघवी पर सवाल
राज्यसभा में सीट नंबर 222 पर नोटकांड
राज्यसभा में शुक्रवार को एक अप्रत्याशित घटना हुई जब सीट नंबर 222 पर नोटों की गड्डी पाई गई। इस घटना ने संसद की गरिमा पर सवाल खड़े कर दिए हैं और सदन में हंगामे की स्थिति बन गई।
अभिषेक मनु सिंघवी पर उठे सवाल
सीट नंबर 222 कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की है, जिसके चलते वे इस घटना के केंद्र में हैं। सिंघवी ने इस मामले में अपनी किसी भी संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा है कि वे जांच में पूरा सहयोग देंगे।
सभापति का सख्त बयान
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा,
“संसद की पवित्रता और गरिमा बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
जांच और कार्रवाई
- जांच के आदेश: सभापति ने तुरंत इस मामले की जांच के लिए विशेष समिति का गठन किया है।
- जवाबदेही: सभी संबंधित सदस्यों से जांच में सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
- रिपोर्ट का इंतजार: समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, जिसके आधार पर कार्रवाई होगी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना ने संसद के भीतर और बाहर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।
- विपक्ष का हमला: विपक्षी दलों ने इसे संसद की गरिमा पर हमला बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
- सरकार का बयान: सरकार ने इस मामले पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और संसद की गरिमा बनाए रखने पर जोर दिया है।
घटना के संभावित प्रभाव
- संसद की गरिमा: यह घटना संसद की पवित्रता और विश्वास पर चोट करती है।
- राजनीतिक दबाव: इस मामले से संबंधित नेताओं पर राजनीतिक दबाव बढ़ सकता है।
- नियमों का पालन: भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम बनाए जाने की संभावना है।
निष्कर्ष
राज्यसभा में सीट नंबर 222 पर नोटों की गड्डी मिलने की घटना ने सभी को चौंका दिया है। यह संसद की पवित्रता और गरिमा पर सवाल खड़े करती है। निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई से ही इस मामले में न्याय संभव होगा। जांच समिति की रिपोर्ट पर सभी की नजरें टिकी हैं।