Delhi Pollution: धूल-धूल दिल्ली! पराली ही नहीं ये भी है प्रदूषण बढ़ाने की वजह, कई जगहों पर बुरा हाल
दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे राजधानी के निवासियों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। हाल के दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ने गंभीर स्तर को पार कर लिया है, और इसके पीछे केवल पराली जलाना ही नहीं, बल्कि कई अन्य कारण भी हैं जो इस समस्या को बढ़ा रहे हैं।
प्रदूषण के प्रमुख कारण
- पराली जलाना: हालांकि, पराली जलाना इस समय चर्चा में है, लेकिन यह एकमात्र समस्या नहीं है। हर साल की तरह इस बार भी हरियाणा और पंजाब में किसान अपनी फसल की पराली को जलाने के कारण प्रदूषण में इजाफा कर रहे हैं।
- निर्माण कार्य: दिल्ली में जारी निर्माण कार्यों से उड़ती धूल और अन्य कणों के कारण भी प्रदूषण बढ़ रहा है। कई स्थानों पर निर्माण सामग्री खुले में रखी गई है, जिससे हवा में धूल का स्तर बढ़ जाता है।
- वाहन प्रदूषण: दिल्ली में बढ़ती जनसंख्या और वाहन संख्या के कारण भी वायु प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। प्रदूषण मानकों का पालन न करने वाले वाहनों का संचालन इस समस्या को और बढ़ा रहा है।
- औद्योगिक धुएं: दिल्ली के आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाला धुआं भी प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। कई उद्योगों में पर्यावरण मानकों का पालन नहीं किया जा रहा, जिससे हवा में हानिकारक कण बढ़ रहे हैं।
स्थिति की गंभीरता
- AQI का स्तर: दिल्ली का AQI कई जगहों पर 300 के पार जा चुका है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। ऐसे में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करने वालों की संख्या बढ़ रही है।
- स्वास्थ्य जोखिम: प्रदूषित हवा से सांस लेने में परेशानी, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक इस तरह की स्थिति रहने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
उपाय और समाधान
- सख्त नियम लागू करना: दिल्ली सरकार को प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कड़े नियमों और नियमावली को लागू करने की आवश्यकता है, विशेष रूप से निर्माण कार्यों और वाहनों के लिए।
- जन जागरूकता: लोगों को प्रदूषण के कारणों और इसके नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
- हरियाली का विकास: अधिक पेड़ लगाने और हरियाली बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाई जानी चाहिए, जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके।