चिली में भारतीय वैज्ञानिकों की खोज: तीन-तारा प्रणाली GG Tau A
चिली में भारतीय वैज्ञानिकों ने सुलझाया ब्रह्मांड का नया रहस्य
तीन-तारा प्रणाली GG Tau A का अध्ययन
भारतीय खगोलविदों ने चिली के अटाकामा रेगिस्तान में स्थित APEX टेलीस्कोप का उपयोग करते हुए GG Tau A नामक तीन-तारा प्रणाली की खोज की है। यह अध्ययन ग्रह निर्माण की प्रक्रिया को समझने में मदद करता है। GG Tau A सौर मंडल लगभग 5 मिलियन वर्ष पुराना है और अपने प्रारंभिक निर्माण चरण में है।
ग्रह निर्माण की प्रक्रिया में मददगार खोज
वैज्ञानिकों ने GG Tau A प्रणाली में प्रोटोप्लेनेटरी डिस्क (गैस और धूल की एक बड़ी डिस्क) का पता लगाया, जो नए ग्रहों के निर्माण की नींव रखती है। यह डिस्क तीन तारों के चारों ओर घूमती है और तारा प्रणाली के गुरुत्वीय बलों के कारण इसमें अद्वितीय परिक्रमा पैटर्न दिखाई देता है।
कार्बन मोनोऑक्साइड की भूमिका
ग्रह निर्माण के दौरान गैसों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। वैज्ञानिकों ने प्रोटोप्लेनेटरी डिस्क में कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी गैसों का पता लगाया, जो ग्रहों के निर्माण की प्रक्रिया को समझने में मदद करती है। इन गैसों के अध्ययन से ग्रहों की रासायनिक संरचना के बारे में नई जानकारी प्राप्त होती है।
चिली का अटाकामा रेगिस्तान: खगोलविदों का केंद्र
अटाकामा रेगिस्तान पृथ्वी पर सबसे उपयुक्त खगोलीय अध्ययन केंद्रों में से एक है। यहां स्थित APEX टेलीस्कोप समुद्र तल से 5,064 मीटर की ऊंचाई पर है और इसका उपयोग ब्रह्मांडीय घटनाओं को समझने के लिए किया जाता है। यह ALMA वेधशाला का हिस्सा है, जो अंतरिक्ष से मिलीमीटर और सबमिलीमीटर तरंगदैर्ध्य पर डेटा एकत्र करता है।
NISER टीम की अहम भूमिका
इस अध्ययन का नेतृत्व ओडिशा के राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (NISER) के वैज्ञानिक लिटन मजूमदार ने किया। NASA के विजिटिंग साइंटिस्ट रह चुके लिटन मजूमदार ने ग्रह निर्माण और खगोल रसायन विज्ञान में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
खोज से मिली नई दिशा
GG Tau A जैसी तीन-तारा प्रणाली का अध्ययन खगोल विज्ञान के लिए महत्वपूर्ण है। इस खोज से ग्रह निर्माण के जटिल पहलुओं और ब्रह्मांडीय प्रक्रियाओं को समझने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा की गई यह खोज न केवल खगोल विज्ञान में योगदान देगी, बल्कि भविष्य में ब्रह्मांडीय रहस्यों को सुलझाने में भी मददगार साबित होगी। GG Tau A प्रणाली का अध्ययन ग्रह निर्माण और ब्रह्मांडीय शक्तियों को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।