सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे हाई कोर्ट के लिए नौ वकीलों की नियुक्ति की सिफारिश की
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे हाई कोर्ट के लिए नौ वकीलों को जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है। यह निर्णय उच्च न्यायालय में जजों की कमी को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जजों की वर्तमान स्थिति
- कम जजों की संख्या: बॉम्बे हाई कोर्ट में वर्तमान में 94 स्वीकृत जजों की तुलना में केवल 66 जज कार्यरत हैं। इस स्थिति ने न्यायालय की कार्यप्रणाली पर प्रभाव डाला है, जिसके कारण मामले लंबित हैं।
- न्यायालय का दबाव: जजों की कमी के कारण अदालतों में मामलों की सुनवाई में देरी हो रही है, जिससे न्याय की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।
कॉलेजियम की सिफारिश
- वकीलों की चयन प्रक्रिया: कॉलेजियम ने जिन नौ वकीलों को जज बनाने की सिफारिश की है, वे अपने-अपने क्षेत्रों में अनुभवी और प्रतिष्ठित हैं। इनकी नियुक्ति से बॉम्बे हाई कोर्ट में न्यायिक कार्यों की गति को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- संविधान के अनुसार प्रक्रिया: यह सिफारिश संविधान के तहत कॉलेजियम प्रणाली के माध्यम से की गई है, जो न्यायाधीशों की नियुक्तियों के लिए एक पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करती है।
आगे की कार्रवाई
- सरकार का निर्णय: अब इस सिफारिश पर सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार है। यदि सरकार इस सिफारिश को मानती है, तो इन वकीलों को जल्द ही बॉम्बे हाई कोर्ट में जज के रूप में शपथ दिलाई जाएगी।
- न्याय प्रणाली में सुधार: इस नियुक्ति से न्यायालय में कार्यभार को संतुलित करने और मामलों के निपटारे में तेजी लाने की उम्मीद है, जिससे आम जनता को न्याय मिल सकेगा।