मोसाद ने हिजबुल्लाह का भरोसा जीता फिर उसे बेच दिया पेजर बम, इजरायल ने यूं किया दुश्मन को शिकार, बड़ा खुलासा
इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे उसने हिजबुल्लाह से भरोसा जीतकर उसे पेजर बम बेचने में सफल हुआ। इस मामले ने इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच की खुफिया लड़ाई को और भी दिलचस्प बना दिया है।
क्या है पेजर बम?
पेजर बम एक प्रकार का उन्नत विस्फोटक उपकरण है जो पेजर तकनीक का उपयोग करता है। यह बम दूरस्थ रूप से सक्रिय किया जा सकता है और इसका उपयोग हिजबुल्लाह जैसे आतंकी समूहों द्वारा किया जा सकता है। यह एक साधारण उपकरण की तरह दिखता है, लेकिन इसकी विधि अत्यंत खतरनाक होती है।
मोसाद की रणनीति
- भरोसा जीतना: मोसाद ने हिजबुल्लाह के सदस्यों के बीच अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए कई ऑपरेशनों को अंजाम दिया। उन्होंने हिजबुल्लाह के सदस्यों के साथ विभिन्न मीटिंग्स आयोजित कीं और उन्हें यह विश्वास दिलाया कि वे उनके समर्थन में हैं।
- बम की बिक्री: इसके बाद, मोसाद ने हिजबुल्लाह को पेजर बम की पेशकश की। यह दिखाते हुए कि यह एक साधारण उपकरण है, उन्होंने उसे हिजबुल्लाह के सदस्यों के बीच बेच दिया।
सफलता और प्रभाव
- इजरायल की खुफिया जीत: यह ऑपरेशन इजरायल के लिए एक बड़ी सफलता साबित हुआ। इस कार्रवाई के बाद हिजबुल्लाह ने इस बम का उपयोग करने की योजना बनाई, लेकिन इजरायल की खुफिया एजेंसी ने उनके सभी कदमों पर नज़र रखी।
- हिजबुल्लाह को नुकसान: जब हिजबुल्लाह ने पेजर बम का उपयोग करने का प्रयास किया, तो यह एक ट्रैप में बदल गया। इजरायली सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई की और कई हिजबुल्लाह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, जिससे उनके ऑपरेशंस को बड़ा झटका लगा।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस खुलासे ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चाएँ शुरू कर दी हैं। कई देशों ने इजरायल की इस रणनीति की सराहना की है, जबकि अन्य देशों ने इसे विवादास्पद बताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना इजरायल की खुफिया रणनीति को और मजबूत बनाती है, लेकिन यह भी एक गंभीर नैतिक प्रश्न उठाती है।