दिल्ली में फिर एलजी Vs सरकार! इस बार यमुना की सफाई के मुद्दे पर आमने-सामने
दिल्ली में एक बार फिर राज्य सरकार और ल्यूटिनेंट गवर्नर (LG) के बीच तकरार देखने को मिली है, और इस बार का मुद्दा है यमुना नदी की सफाई। दिल्ली सरकार ने यमुना की सफाई को लेकर एलजी पर आरोप लगाया कि वह इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर कार्रवाई करने में नाकाम रहे हैं, जबकि एलजी ने दिल्ली सरकार की योजनाओं और प्रयासों को असफल करार दिया।
दिल्ली सरकार के मंत्री और अधिकारियों का कहना है कि यमुना नदी की सफाई के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए थे, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त एलजी ने इन प्रयासों को नकार दिया और उनकी योजनाओं में बार-बार हस्तक्षेप किया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे को लेकर बयान देते हुए कहा कि यमुना की सफाई के लिए दिल्ली सरकार ने पहले ही एक विस्तृत योजना बनाई थी, लेकिन एलजी के दखल के कारण वह योजना सही तरीके से लागू नहीं हो सकी।
वहीं, एलजी ने जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के पास कई अवसर थे और अब तक यमुना सफाई पर जो भी कदम उठाए गए, वे नाकाफी रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार की योजनाओं में कार्यान्वयन की कमी है और यह केवल राजनीति करने का एक तरीका बन गया है। एलजी ने यह भी कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार की तरफ से भी मदद की पेशकश की गई थी, लेकिन राज्य सरकार ने इसे नजरअंदाज कर दिया।
यह विवाद तब और बढ़ गया जब दिल्ली सरकार ने यमुना नदी के किनारे की सफाई के लिए एक विशेष अभियान की घोषणा की, जिसे एलजी ने लागू करने से रोक दिया। इस पर दिल्ली सरकार ने एलजी के निर्णय की आलोचना की और इसे विकास में रुकावट डालने वाला कदम बताया।
यमुना की सफाई का मुद्दा पिछले कई सालों से विवादों का हिस्सा बना हुआ है, और अब यह राजनीतिक संघर्ष के नए मोड़ पर पहुंच गया है। दिल्ली सरकार और एलजी के बीच यह तकरार अब यमुना के पर्यावरणीय सुधार और सफाई के भविष्य को लेकर नए सवाल खड़े कर रही है।