दिल्ली की हवा हुई खतरनाक, AQI पहुंचा 441
सर्दी बढ़ते ही वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर
दिल्ली में सर्दियों की शुरुआत के साथ ही वायु गुणवत्ता तेजी से खराब होती जा रही है। रविवार सुबह दिल्ली के सभी इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया। कुछ क्षेत्रों में यह 441 तक दर्ज किया गया, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है।
कौन से इलाके हैं सबसे ज्यादा प्रभावित?
दिल्ली के लगभग सभी प्रमुख इलाकों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में है। कनॉट प्लेस, आनंद विहार, आर.के. पुरम, और द्वारका जैसे स्थानों पर प्रदूषण का स्तर सामान्य से कई गुना ज्यादा है। इसके अलावा, नोएडा और गाजियाबाद जैसे आसपास के क्षेत्रों में भी स्थिति चिंताजनक है।
प्रदूषण के बढ़ने के कारण
- वाहनों से निकलने वाला धुआं: दिल्ली में ट्रैफिक का भारी दबाव वायु प्रदूषण का एक मुख्य कारण है।
- पराली जलाना: पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं भी प्रदूषण बढ़ाने में योगदान कर रही हैं।
- उद्योग और निर्माण कार्य: लगातार चल रहे निर्माण कार्य और उद्योगों से निकलने वाले धुएं ने स्थिति और बिगाड़ दी है।
स्वास्थ्य पर असर
विशेषज्ञों का कहना है कि AQI का स्तर 441 होने का मतलब है कि यह हवा न केवल अस्थमा और सांस की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए खतरनाक है, बल्कि सामान्य स्वस्थ व्यक्ति के लिए भी नुकसानदायक है। बच्चों और बुजुर्गों को खासतौर पर घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
सरकार के प्रयास और जनता के लिए अपील
दिल्ली सरकार ने स्थिति को देखते हुए आपातकालीन कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है। निर्माण कार्यों पर रोक लगाने और सड़कों पर पानी का छिड़काव करने जैसे उपाय किए जा रहे हैं। इसके अलावा, दिल्लीवासियों से अपील की गई है कि वे अपने निजी वाहनों का कम इस्तेमाल करें और सार्वजनिक परिवहन का अधिकाधिक उपयोग करें।
निष्कर्ष
दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। सर्दियों के दौरान यह स्थिति और भी खराब हो सकती है। सभी नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए प्रदूषण कम करने में योगदान देना होगा। साथ ही, सरकार और प्रशासन को भी इस दिशा में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।