दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने हनुमान मंदिर में माथा टेका, पदभार संभालने के बाद की पूजा-अर्चना
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने आज पदभार संभालने के बाद हनुमान मंदिर जाकर माथा टेका और भगवान की पूजा-अर्चना की। यह कदम दिल्ली के राजनीतिक और धार्मिक परिदृश्य में एक नई शुरुआत का संकेत है।
आतिशी का धार्मिक कदम
- हनुमान मंदिर की यात्रा:
- आतिशी ने मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यभार संभालने के अगले दिन हनुमान मंदिर जाकर भगवान हनुमान की पूजा की। इस धार्मिक यात्रा का उद्देश्य अपनी नई जिम्मेदारियों के लिए आशीर्वाद प्राप्त करना और जनता की भलाई के लिए शुभकामनाएँ लेना था।
- उनके इस कदम ने दिल्ली में धार्मिक और राजनीतिक समन्वय की एक नई मिसाल पेश की है और जनता के बीच एक सकारात्मक सन्देश भेजा है।
- पदभार ग्रहण:
- आतिशी ने कल मुख्यमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया और अपने कार्यकाल की शुरुआत की। उनकी नियुक्ति ने दिल्ली में नई राजनीति और प्रशासनिक दिशा की शुरुआत की है।
- पदभार संभालने के बाद, उन्होंने अपने पहले कार्यदिवस पर धार्मिक स्थल की यात्रा को महत्वपूर्ण मानते हुए इसे आधिकारिक कर्तव्यों का हिस्सा बताया।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
- राजनीतिक प्रभाव:
- आतिशी की हनुमान मंदिर में पूजा ने दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में धार्मिक आस्था और समर्पण की भावना को दर्शाया। इससे पार्टी के समर्थकों और जनता के बीच एक सकारात्मक सन्देश गया है।
- यह कदम उनकी नेतृत्व शैली और धार्मिक आस्थाओं को सार्वजनिक रूप से दिखाने का एक तरीका भी माना जा रहा है।
- सामाजिक प्रतिक्रियाएँ:
- उनके इस कदम पर जनता और मीडिया की सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ आई हैं। लोगों ने उनकी धार्मिक यात्रा को एक अच्छे संकेत के रूप में देखा है और इसे उनके प्रशासनिक दृष्टिकोण का एक हिस्सा माना है।
- धार्मिक स्थलों पर जाकर पूजा करना और आशीर्वाद प्राप्त करना नेताओं के लिए एक पारंपरिक प्रथा है, जिसे आतिशी ने अपनाया है।