डोनाल्ड ट्रंप आ गए तो फिर… अमेरिका में चुनाव के बीच पाकिस्तानी क्यों घबराए, सता रहा है ये बड़ा डर
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां तेजी से चल रही हैं, और इस बार चुनावी मौसम में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी ने कई देशों, विशेषकर पाकिस्तान, में चिंता की लहर दौड़ा दी है। ट्रंप की संभावित जीत के साथ ही पाकिस्तान के सामने कई तरह की चुनौतियाँ और चिंताएँ सामने आ रही हैं। आइए जानते हैं कि पाकिस्तान क्यों घबराया हुआ है और उनके मन में क्या डर सता रहा है।
ट्रंप का चुनावी प्रभाव:
डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में चुनाव जीता था, अपने विवादास्पद नीतियों और बयानों के लिए जाने जाते हैं। उनके कार्यकाल के दौरान अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में खटास आई थी, जो अब भी कई पाकिस्तानी नेताओं के लिए चिंता का विषय है।
- विदेश नीति में परिवर्तन: ट्रंप ने अपनी पूर्व सरकार में पाकिस्तान के साथ संबंधों को कड़ा किया था। उन्होंने इस्लामाबाद पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे, जिससे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को धक्का लगा था। यदि ट्रंप फिर से सत्ता में आते हैं, तो उनके नेतृत्व में पाकिस्तान को और अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
- सैन्य सहायता में कटौती: ट्रंप के कार्यकाल के दौरान, अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य और आर्थिक सहायता में कटौती की थी। यदि ट्रंप पुनः राष्ट्रपति बनते हैं, तो यह स्थिति फिर से बन सकती है, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा चिंताओं में और इजाफा होगा।
पाकिस्तान की चिंताएँ:
पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य हलकों में ट्रंप के चुनावी जीत के बाद की संभावनाओं को लेकर कई चिंताएँ हैं:
- आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई: ट्रंप ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया था। यदि वह दोबारा सत्ता में आते हैं, तो पाकिस्तान के लिए यह एक नई चुनौती बन सकती है, जिससे उन्हें और अधिक अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ सकता है।
- अफगानिस्तान पर ध्यान: ट्रंप के राष्ट्रपति रहते हुए, अफगानिस्तान नीति में बदलाव की संभावना थी। उनके संभावित पुनर्निर्वाचन से पाकिस्तान को अफगानिस्तान में तालिबान और अन्य समूहों की गतिविधियों के कारण चिंता हो सकती है।
- भारत के प्रति नीति: ट्रंप ने भारत के साथ करीबी संबंध स्थापित किए थे। यदि ट्रंप फिर से सत्ता में आते हैं, तो इससे भारत-पाकिस्तान के बीच की स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो सकती है।