झारखंड चुनाव: हेमंत सोरेन @2.0, लेकिन JMM के लिए कुछ मायूसियां भी
झारखंड में लगातार दूसरी बार झामुमो की वापसी
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के रुझानों के अनुसार, हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की सत्ता में लगातार दूसरी बार वापसी होती दिख रही है। राज्य में अब तक किसी भी पार्टी ने लगातार दो बार सरकार बनाने का रिकॉर्ड नहीं बनाया है, लेकिन झामुमो इस रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब है।
झामुमो की बड़ी सफलता
81 सदस्यीय विधानसभा में झामुमो, कांग्रेस, और राजद के गठबंधन ने 50 से अधिक सीटों पर बढ़त बना ली है। इनमें झामुमो अकेले 32 सीटों पर आगे चल रही है। हेमंत सोरेन की यह सफलता उनकी राजनीतिक रणनीति और आदिवासी समुदाय के बीच उनकी लोकप्रियता का परिणाम है।
पत्नी कल्पना सोरेन पीछे
हालांकि, इस जश्न के बीच झामुमो को एक झटका भी लग सकता है। हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, जो गांडेय सीट से चुनाव लड़ रही हैं, फिलहाल बीजेपी की मुनिया देवी से 5,000 वोटों से पीछे चल रही हैं। 21 राउंड में से अब तक नौ राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है। यदि यही रुझान जारी रहा, तो कल्पना सोरेन को हार का सामना करना पड़ सकता है।
प्रमुख सीटों का हाल
- बरहेट: हेमंत सोरेन 11,482 वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं।
- धनवार: बाबूलाल मरांडी (बीजेपी) 10,298 वोटों से आगे।
- नाला: रवींद्रनाथ महतो (जेएमएम) 4,176 वोटों से आगे।
- दुमका: बसंत सोरेन (जेएमएम) 5,000 वोटों से पीछे।
- टुंडी: मथुरा महतो (जेएमएम) 20,000 वोटों से आगे।
- चंदनकियारी: जेएमएम ने 16,000 वोटों से बढ़त बनाई।
- गांडेय: कल्पना सोरेन 5,000 वोटों से पीछे।
- जामताड़ा: सीता सोरेन (जेएमएम) 15,000 वोटों से पीछे।
झामुमो के लिए आगे की राह
झारखंड में हेमंत सोरेन की यह लगातार दूसरी जीत उनकी लोकप्रियता और गठबंधन की एकजुटता का संकेत है। हालांकि, पत्नी कल्पना सोरेन की हार से पार्टी को व्यक्तिगत रूप से झटका लग सकता है।
निष्कर्ष
हेमंत सोरेन की नेतृत्व क्षमता और झामुमो की रणनीति ने झारखंड में नया इतिहास रचने की तैयारी कर ली है। हालांकि, कुछ व्यक्तिगत झटकों के बावजूद, झामुमो के लिए यह चुनावी नतीजे जश्न मनाने लायक हैं। झारखंड की राजनीति में यह परिणाम एक नया अध्याय लिख सकता है।