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जेल में बंद इमरान खान की रिहाई के लिए अमेरिकी सांसदों ने जो बाइडेन से की अपील

50 से ज्यादा सांसदों ने लिखा पत्र

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, जो इस समय जेल में बंद हैं, की रिहाई के लिए अमेरिका में 50 से ज्यादा सांसदों ने निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन को पत्र लिखा है।

  • पत्र में मांग की गई है कि इमरान खान को राजनीतिक बंदी मानते हुए समय से पहले रिहा किया जाए।
  • इस पत्र को सुसान वाइल्ड और जॉन जेम्स ने नेतृत्व किया, और इसे रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स दोनों का समर्थन प्राप्त है।

क्या है पत्र का उद्देश्य?

  • सांसदों ने पाकिस्तान में मानवाधिकारों की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताई।
  • फरवरी 2024 के चुनावों के बाद से इमरान खान की गैरकानूनी हिरासत और राजनीतिक दमन के मुद्दों को उठाया गया।
  • अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाने के लिए बाइडेन से आग्रह किया कि इमरान खान और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को रिहा किया जाए।

इमरान खान की जेल यात्रा

  • इमरान खान को भ्रष्टाचार और आतंकवाद जैसे आरोपों के तहत अगस्त 2023 से हिरासत में रखा गया है।
  • उनके साथ पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) के कई वरिष्ठ नेता, जैसे शाह महमूद कुरैशी और यास्मीन राशिद, भी जेल में बंद हैं।
  • इस दौरान इमरान खान की पार्टी ने अमेरिका और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उनके समर्थन के लिए अभियान चलाया।

पाकिस्तान में मानवाधिकार स्थिति पर सवाल

पत्र में पाकिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की गई:

  • “मानवाधिकार हनन और राजनीतिक दमन” के मामलों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
  • अमेरिकी सांसदों ने इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास से पाकिस्तान के प्रति अपने रुख में बदलाव की मांग की है।

सांसदों की राय और चिंता

  • सांसदों ने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवाधिकारों के खिलाफ है।
  • उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में जनता की आवाज दबाई जा रही है, और ऐसे में अमेरिका को हस्तक्षेप करना चाहिए।

इमरान खान और अमेरिका का संबंध

  • इमरान खान ने अपने कार्यकाल में अमेरिका पर खुलकर आलोचना की थी, लेकिन उनकी पार्टी की अमेरिकी विंग अब उनकी रिहाई के लिए सक्रिय है।
  • अमेरिकी सांसदों द्वारा यह पत्र एक बड़ा कूटनीतिक कदम माना जा रहा है, जो पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों पर असर डाल सकता है।

बाइडेन और ट्रंप के बीच राजनीतिक तनाव

  • डोनाल्ड ट्रंप जनवरी 2025 में राष्ट्रपति पद संभालने वाले हैं, लेकिन निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन पर यह दबाव बढ़ता जा रहा है।
  • ट्रंप प्रशासन के तहत पाकिस्तान के साथ अमेरिका के संबंधों में नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

निष्कर्ष

इमरान खान की रिहाई की मांग पर अमेरिकी सांसदों का यह पत्र एक अहम कूटनीतिक पहल है। पाकिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति और राजनीतिक दमन के मुद्दे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन रहे हैं। अब देखना यह है कि बाइडेन प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है और आने वाली ट्रंप सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।

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