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चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का ऐतिहासिक कार्यकाल: आर्टिकल 370, राम मंदिर जैसे बड़े मामलों में दिए अहम फैसले

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल भारतीय न्यायपालिका के लिए ऐतिहासिक फैसलों का प्रतीक बन गया है। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने ऐसे कई बड़े मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनका सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक महत्व बहुत बड़ा है। इन मामलों में अनुच्छेद 370, अयोध्या राम मंदिर विवाद, लिंग समानता, और डेटा प्राइवेसी जैसे केस शामिल हैं, जिनके फैसलों ने देश की दिशा को प्रभावित किया है।

आर्टिकल 370 का ऐतिहासिक फैसला

अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के मामले में, चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ के नेतृत्व में बनी बेंच ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले इस अनुच्छेद पर सुनवाई की। इस फैसले के दौरान उन्होंने संविधान, संघीय ढांचे, और देश की अखंडता के संवैधानिक पहलुओं का विस्तृत विश्लेषण किया। इस फैसले का व्यापक प्रभाव रहा, जिससे जम्मू-कश्मीर का भविष्य और भारत का संघीय ढांचा नए रूप में उभरा।

राम मंदिर विवाद में महत्वपूर्ण भूमिका

राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में भी चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ बेंच का हिस्सा थे। इस मामले का फैसला वर्षों से जारी विवाद को खत्म करने वाला ऐतिहासिक निर्णय था। कोर्ट ने राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया और मस्जिद निर्माण के लिए अलग भूमि का आदेश दिया। इस निर्णय ने धार्मिक और सांप्रदायिक दृष्टिकोण से देश में नई शुरुआत का प्रतीक स्थापित किया।

महिला अधिकारों और समानता पर ऐतिहासिक फैसले

डीवाई चंद्रचूड़ के कार्यकाल को लिंग समानता के मामले में भी क्रांतिकारी फैसलों के लिए जाना जाएगा। उन्होंने महिला अधिकारों, समानता, और लैंगिक भेदभाव के मामलों में कई ऐसे फैसले दिए, जिनसे समाज में बदलाव का संदेश गया। चंद्रचूड़ ने ऐसे कई फैसलों में हिस्सा लिया जो महिलाओं को सेना में स्थायी कमीशन, मंदिरों में प्रवेश, और अन्य संवैधानिक अधिकारों की दिशा में थे।

डेटा प्राइवेसी पर महत्वपूर्ण फैसला

डेटा प्राइवेसी के क्षेत्र में भी उनका एक ऐतिहासिक फैसला है। उन्होंने निजता को मूल अधिकार घोषित करते हुए डेटा सुरक्षा और प्राइवेसी के अधिकार को स्पष्ट किया। इस फैसले ने भारत में डिजिटल युग में निजता की सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया और इस मुद्दे पर व्यापक चर्चाओं का मार्ग प्रशस्त किया।

अन्य प्रमुख फैसले और न्यायिक सुधार

चंद्रचूड़ का कार्यकाल न्यायिक सुधारों के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने ई-कोर्ट्स, ऑनलाइन सुनवाई और न्यायपालिका की पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने न्यायिक कार्यवाही में पारदर्शिता को महत्व देते हुए कई सुधारों का समर्थन किया, जिससे न्यायपालिका पर लोगों का विश्वास और मजबूत हुआ।

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