गोवर्धन पूजा 2024: जानें कब है गोवर्धन पूजा और इसके साथ जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ
गोवर्धन पूजा, जो भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत की पूजा का प्रतीक है, हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाई जाती है। इस पर्व का विशेष महत्व है, क्योंकि यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय और भगवान कृष्ण की लीलाओं का प्रतीक है।
गोवर्धन पूजा 2024 की तारीख:
- तारीख: गोवर्धन पूजा इस वर्ष 31 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी।
गोवर्धन पूजा का महत्व:
- भगवान कृष्ण की लीलाएँ: मान्यता के अनुसार, जब इंद्र देव ने गोकुलवासियों को सजा देने के लिए मूसलधार बारिश की थी, तब भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठाकर गांववासियों की रक्षा की थी।
- सामुदायिक एकता: इस दिन लोग एकत्रित होकर पूजा करते हैं और एक-दूसरे के साथ प्रसाद बांटते हैं, जो सामुदायिक एकता का प्रतीक है।
- प्राकृतिक संतुलन: गोवर्धन पूजा के माध्यम से लोग प्रकृति की महत्ता को समझते हैं और उसके संरक्षण के प्रति जागरूक होते हैं।
पूजा की विधि:
- सजावट: इस दिन गोवर्धन की पूजा करने के लिए घरों में गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाई जाती है और इसे फूलों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है।
- भोग: इस दिन विशेष रूप से विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं, जैसे कि मिष्ठान्न, चावल, दाल और हरी सब्जियाँ, जिन्हें भगवान को भोग लगाने के बाद बांटा जाता है।
- आरती और मंत्र: पूजा के दौरान भगवान कृष्ण की आरती की जाती है और विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है।
शुभ मुहूर्त:
- शुभ मुहूर्त: गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:00 बजे से 10:00 बजे के बीच है। इस समय पूजा करने से अधिक फल की प्राप्ति होती है।