कोंडा सुरेखा के ‘जुबानी कांड’ पर साधा अश्विनी वैष्णव ने निशाना, नागा चैतन्य- सामंथा के तलाक वाली टिप्पणी पर कहा- ‘महिला विरोधी मानसिकता’
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कोंडा सुरेखा द्वारा दिए गए एक विवादास्पद बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कोंडा सुरेखा, जो तेलंगाना विधानसभा की सदस्य हैं, ने एक सार्वजनिक मंच पर नागा चैतन्य और सामंथा के तलाक को लेकर टिप्पणी की थी। वैष्णव ने इसे ‘महिला विरोधी मानसिकता’ करार दिया है।
कोंडा सुरेखा का बयान
कोंडा सुरेखा ने एक कार्यक्रम में नागा चैतन्य और सामंथा के तलाक का उल्लेख करते हुए यह कहा था कि कुछ महिलाओं का व्यवहार उनके परिवारों के प्रति उचित नहीं होता। उनका यह बयान विवादास्पद हो गया और इसे समाज में महिलाओं के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण के रूप में देखा गया।
अश्विनी वैष्णव की प्रतिक्रिया
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, अश्विनी वैष्णव ने कहा, “यह बेहद निराशाजनक है कि ऐसे बयान समाज में महिलाओं के प्रति नकारात्मक मानसिकता को बढ़ावा देते हैं। हमें महिलाओं के प्रति सम्मान और सशक्तिकरण का संदेश फैलाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान न केवल असंवेदनशील हैं, बल्कि वे समाज में गलतफहमी भी पैदा कर सकते हैं।
महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता
वैष्णव ने यह भी जोर दिया कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और बराबरी की भावना को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “महिलाओं की व्यक्तिगत पसंद और निर्णयों का सम्मान किया जाना चाहिए। हमें उन्हें सशक्त बनाना चाहिए, न कि उनके खिलाफ भेदभावपूर्ण टिप्पणियां करनी चाहिए।”
सामाजिक संदर्भ
इस बयान ने तेलंगाना की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के मुद्दे पर यह चर्चा महत्वपूर्ण है, खासकर उस समय जब कई महिलाएं समाज में अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं ने वैष्णव के विचारों का समर्थन किया है और कोंडा सुरेखा के बयान की आलोचना की है। उनका मानना है कि यह समय है कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की जाए और महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर दिया जाए।