ईस्ट-एशिया समिट में मोदी ने कहा: आसियान देशों में एकता बेहद जरूरी, यह हमारे इंडो-पैसिफिक विजन का हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में आयोजित ईस्ट-एशिया समिट में आसियान (ASEAN) देशों के बीच एकता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह एकता हमारे इंडो-पैसिफिक विजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।
एकता का महत्व
मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आसियान देशों की एकता न केवल उनके विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जब आसियान देश एकजुट होते हैं, तो वे वैश्विक मंच पर अपनी आवाज को और अधिक प्रभावी ढंग से उठा सकते हैं।
इंडो-पैसिफिक विजन
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत का इंडो-पैसिफिक विजन एक समृद्ध, सुरक्षित और स्थायी क्षेत्र की दिशा में बढ़ने के लिए सभी देशों के साथ सहयोग की मांग करता है। उन्होंने कहा कि इस विजन में सभी देशों की भागीदारी और सहयोग महत्वपूर्ण है, और हमें मिलकर काम करना होगा ताकि हम सभी के लिए एक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित कर सकें।
सम्मेलन में शामिल अन्य देशों की प्रतिक्रिया
ईस्ट-एशिया समिट में अमेरिका और चीन जैसे बड़े देशों ने भी भाग लिया। मोदी ने कहा कि इस सम्मेलन में सभी देशों को अपनी प्राथमिकताओं और चिंताओं को साझा करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए सभी देशों को एकजुट होना होगा।
क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता
मोदी ने क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता पर भी चर्चा की और कहा कि सभी देशों को एक-दूसरे के हितों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केवल संवाद और सहयोग के माध्यम से ही हम एक स्थायी और सुरक्षित क्षेत्र का निर्माण कर सकते हैं।