FEATUREDLatestदिल्ली/एनसीआरराजनीति

दिल्ली चुनाव: वोटर लिस्ट में बदलाव का प्रोसेस, चुनाव आयोग और AAP के बीच सियासी विवाद

दिल्ली चुनाव में वोटर लिस्ट में बदलाव की प्रक्रिया

दिल्ली में चुनावों को लेकर वोटर लिस्ट में बदलाव एक अहम मुद्दा बन चुका है। इस बदलाव को लेकर चुनाव आयोग और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सियासी बवाल छिड़ गया है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग जानबूझकर वोटर लिस्ट में बदलाव कर रहा है, जिससे चुनाव में एकतरफा लाभ उठाया जा सके।


वोटर लिस्ट में बदलाव की प्रक्रिया

वोटर लिस्ट में बदलाव की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और नियमों के तहत होती है। यदि किसी का नाम वोटर लिस्ट से हटाया जाता है या जोड़ा जाता है, तो यह प्रक्रिया चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी की जाती है।

  1. नाम जोड़ना और हटाना
    यदि कोई नया वोटर पंजीकरण कराना चाहता है, तो उसे अपने निवास क्षेत्र के निर्वाचन कार्यालय में आवेदन करना होता है। इसके बाद एक जांच प्रक्रिया होती है, जिसमें पुष्टि की जाती है कि व्यक्ति वैध वोटर है या नहीं।
  2. प्रचार और सूचना
    चुनाव आयोग वोटर लिस्ट में होने वाले बदलावों की जानकारी सार्वजनिक करता है। यह सूची आम जनता के लिए उपलब्ध होती है, ताकि कोई भी व्यक्ति अपने नाम को सूची में जोड़ने या हटाने के लिए सही समय पर आवेदन कर सके।

AAP और चुनाव आयोग का विवाद

आम आदमी पार्टी (AAP) का आरोप है कि चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट में नाम हटाने की प्रक्रिया में गड़बड़ी की है, जिससे उनकी पार्टी को चुनाव में नुकसान हो सकता है। पार्टी का कहना है कि इस बदलाव से उनके समर्थक वोटरों को जानबूझकर लिस्ट से बाहर किया जा रहा है। वहीं, चुनाव आयोग ने इस आरोप को खारिज किया है और कहा कि सभी प्रक्रियाएं नियमों के अनुसार हो रही हैं।


निष्कर्ष

वोटर लिस्ट में बदलाव की प्रक्रिया लोकतांत्रिक प्रणाली का हिस्सा है, लेकिन इस पर जब भी विवाद उठता है, तो यह चुनावी माहौल को प्रभावित करता है। दिल्ली में चुनाव आयोग और AAP के बीच का यह विवाद इस प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है। अब यह देखना होगा कि आगे चलकर चुनाव आयोग इस विवाद को किस तरह सुलझाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *