FEATUREDLatestदिल्ली/एनसीआरराष्ट्रीय

नितिन गडकरी ने किया दिल्ली में एक लाख करोड़ के निवेश का ऐलान, बुनियादी ढांचे को बदलने की योजना

दिल्ली के बुनियादी ढांचे के लिए बड़ा निवेश

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार अगले दो वर्षों में दिल्ली में 1 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को लागू करेगी। उन्होंने इस बात का भरोसा दिलाया कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से दिल्ली की सूरत पूरी तरह से बदल जाएगी।

गडकरी ने कहा, “मैं आपसे वादा करता हूं कि आने वाले दो वर्षों में दिल्ली में 1 लाख करोड़ रुपये के काम किए जाएंगे। यह पूरी दिल्ली के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे कदम होंगे।” इन परियोजनाओं में सड़क निर्माण, परिवहन सुविधाएं और प्रदूषण नियंत्रण योजनाएं शामिल हैं।


यमुना की सफाई और सीवेज प्रबंधन

केंद्रीय मंत्री ने यमुना नदी की सफाई के लिए सरकार की योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत, यमुना को साफ करने के लिए कई पहलें की जा रही हैं। गडकरी ने कहा कि दिल्ली सरकार के सहयोग के बिना कुछ काम अभी भी अधूरे हैं, क्योंकि दिल्ली सरकार ने इन परियोजनाओं के लिए अपने हिस्से का धन नहीं दिया है।

गडकरी ने कहा, “हम यमुना में जाने वाले सीवेज के पानी को रोकने के लिए काम कर रहे हैं। अगर दिल्ली सरकार अपना हिस्सा देती, तो काम पहले ही पूरा हो चुका होता।”


65,000 करोड़ की परियोजनाओं में से 33,000 करोड़ रुपये के काम पूरे

नितिन गडकरी ने यह भी बताया कि केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय 65,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम कर रहा है। इनमें से 33,000 करोड़ रुपये के काम पहले ही पूरे हो चुके हैं, और शेष 32,000 करोड़ रुपये के काम अगले कुछ सालों में पूरे किए जाएंगे। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य दिल्ली की सड़कें, ट्रांसपोर्ट सिस्टम और शहरी ढांचे को सुधारना है।


प्रदूषण को कम करने के उपाय

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर गडकरी ने कई अहम योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “दिल्ली वायु प्रदूषण और ट्रैफिक जाम से बहुत परेशान है। केंद्र सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए कई योजनाएं लागू की हैं।” इनमें इलेक्ट्रिक वाहनों, सीएनजी वाहनों और ईंधन से संबंधित योजनाओं का समावेश है।

गडकरी ने बताया, “हम 5 वर्षों के भीतर दिल्ली को प्रदूषण से मुक्त करने की दिशा में काम कर रहे हैं। दिल्ली का 40 प्रतिशत प्रदूषण जीवाश्म ईंधन से होता है, और हम इसे कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों, कारों और स्कूटरों को बढ़ावा दे रहे हैं।”


पराली जलाने का समाधान और नए रोजगार सृजन

गडकरी ने पंजाब, हरियाणा और आस-पास के क्षेत्रों में पराली जलाने के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में पराली जलाने में 20 प्रतिशत की कमी आई है। इसके लिए सीएनजी उत्पादन करने वाले संयंत्रों की स्थापना की जा रही है।

गडकरी ने एक उदाहरण देते हुए बताया कि पानीपत में एक परियोजना शुरू की गई है, जो पराली से 1 लाख लीटर इथेनॉल, 150 टन बायो-विटामिन और 78,000 टन विमानन ईंधन का उत्पादन करेगी। उन्होंने कहा कि इससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी और नई नौकरियां पैदा होंगी।


निष्कर्ष

नितिन गडकरी की घोषणाओं से स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार दिल्ली के बुनियादी ढांचे, प्रदूषण और ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए एक व्यापक योजना पर काम कर रही है। आने वाले वर्षों में दिल्ली की सूरत में बदलाव लाने के लिए किए जा रहे ये कदम राजधानी के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *