जम्मू-कश्मीर: रहस्यमयी बीमारी से 17 मौतें, केंद्र की टीम जांच में जुटी
जम्मू-कश्मीर में रहस्यमयी बीमारी से 17वीं मौत
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बुधल गांव में रहस्यमयी बीमारी ने अब तक 17 लोगों की जान ले ली है। गांव में हर ओर मातम और डर का माहौल है। रविवार को मोहम्मद असलम की बेटी यासमीन जान की मौत के बाद यह आंकड़ा और बढ़ गया। असलम पहले ही अपने छह बच्चों को खो चुके हैं। यासमीन को गंभीर हालत में जीएमसी जम्मू रेफर किया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बीमारी का कारण अब तक अज्ञात
स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा अधिकारियों के मुताबिक, इस बीमारी के कारणों का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। देश के विभिन्न प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में जांच के बावजूद किसी वायरस या संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। यह रहस्यमयी बीमारी गांव के लोगों के लिए बड़ा डर बन चुकी है।
केंद्र की विशेषज्ञ टीम जांच में जुटी
रहस्यमय मौतों की जांच के लिए केंद्र सरकार की एक विशेषज्ञ टीम रविवार को बुधल गांव पहुंची। यह टीम स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर बीमारी के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर यह टीम गांव पहुंची है।
उपराज्यपाल का बयान
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने विशेषज्ञों की टीम भेजने का निर्देश दिया है ताकि इस रहस्यमयी बीमारी की गुत्थी सुलझ सके।
पुलिस की एसआईटी कर रही है जांच
मौतों के बढ़ते आंकड़े को देखते हुए पुलिस ने एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है। यह टीम स्थानीय स्तर पर मौतों के कारणों की जांच कर रही है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग मिलकर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इन मौतों के पीछे कोई साजिश या अन्य कारण हो सकते हैं।
गांव में भय का माहौल
बुधल गांव के लोग इस बीमारी से बेहद डरे हुए हैं। लगातार हो रही मौतों ने गांव में निराशा और डर फैला दिया है। मोहम्मद असलम जैसे परिवार, जिन्होंने अपने सभी बच्चों को खो दिया है, पूरी तरह टूट चुके हैं। गांव के लोग सरकार और विशेषज्ञों से जल्द से जल्द बीमारी के कारणों का पता लगाने और समाधान ढूंढने की अपील कर रहे हैं।
केंद्रीय टीम का दौरा और आगे की प्रक्रिया
विशेषज्ञ टीम ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और गांव के स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने पानी, भोजन और अन्य संसाधनों के नमूने लिए। उम्मीद है कि इन नमूनों की जांच से बीमारी के कारणों का पता चलेगा।
निष्कर्ष
राजौरी जिले का बुधल गांव इस रहस्यमयी बीमारी से परेशान है। सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई हैं। गांव के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि विशेषज्ञ जल्द से जल्द इस बीमारी का इलाज ढूंढने में सफल होंगे और उनकी जिंदगी सामान्य हो सकेगी।