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चीन की घटती जनसंख्या: जिनपिंग के लिए बढ़ती मुश्किलें और अर्थव्यवस्था पर खतरा

चीन की घटती जनसंख्या: अर्थव्यवस्था और समाज पर बढ़ा असर

चीन, जो कभी दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश था, आज तेजी से घटती जनसंख्या की समस्या का सामना कर रहा है। यह समस्या न केवल सामाजिक बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी जिनपिंग सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है।


लगातार घट रही जनसंख्या

चीन की जनसंख्या 2024 के अंत में लगभग 1.40 अरब थी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 14 लाख कम है। यह लगातार तीसरा साल है जब चीन की जनसंख्या में गिरावट दर्ज की गई है। पूर्वी एशिया के अन्य देशों जैसे जापान और दक्षिण कोरिया में भी इसी तरह की समस्या देखी जा रही है, जहां जन्म दर में तेजी से कमी आई है।


युवाओं की प्राथमिकताएं बदल रही हैं

चीन में युवाओं की जीवनशैली में बदलाव देखा गया है। बढ़ती शिक्षा और करियर प्राथमिकताओं के चलते वे शादी और बच्चों को टाल रहे हैं। उच्च जीवन-यापन लागत ने इस प्रवृत्ति को और बढ़ावा दिया है। इसके अलावा, देश में लंबे जीवन प्रत्याशा के कारण बुजुर्ग आबादी का अनुपात बढ़ रहा है।


‘एक संतान नीति’ का असर

1979 में लागू की गई ‘एक संतान नीति’ ने चीन की जनसंख्या वृद्धि को धीमा कर दिया। हालांकि, यह नीति बाद में आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का कारण बनी। जब 2015 में इसे हटाया गया, तब तक यह नुकसान कर चुकी थी। अब युवा आबादी की कमी के चलते देश को श्रमशक्ति और उत्पादकता में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है।


बुजुर्ग आबादी का बढ़ता अनुपात

आज, चीन की कुल आबादी का लगभग 22% हिस्सा 60 वर्ष या उससे अधिक आयु का है। 2035 तक, यह आंकड़ा 30% तक पहुंचने का अनुमान है। इस स्थिति ने सरकार को सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने और वृद्धों की देखभाल के लिए नई नीतियां बनाने पर मजबूर कर दिया है। कई स्कूल और किंडरगार्टन वृद्ध देखभाल केंद्रों में बदले जा रहे हैं।


अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

घटती जनसंख्या और वृद्ध आबादी के बढ़ते अनुपात का सीधा असर चीन की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। श्रमशक्ति की कमी, उत्पादन में गिरावट, और पेंशन सिस्टम पर बढ़ता बोझ चीन की आर्थिक प्रगति को धीमा कर रहा है।


क्या है भविष्य का रास्ता?

चीन सरकार ने 2021 में तीन संतान नीति की घोषणा की, लेकिन यह भी जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने में विफल रही है। अब, सरकार को परिवारों के लिए आर्थिक सहायता, कर में छूट, और जीवनशैली से जुड़े प्रोत्साहन जैसे ठोस कदम उठाने होंगे।


निष्कर्ष

चीन की जनसंख्या में गिरावट एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जो उसके सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को चुनौती दे रही है। अगर सरकार ने समय पर ठोस कदम नहीं उठाए, तो आने वाले दशकों में चीन की अर्थव्यवस्था और समाज को और भी बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

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