इमरजेंसी वॉर्ड में चप्पल-जूता पहनकर जाने पर परिजन ने डॉक्टरों को पीटा, अस्पताल में मचा बवाल
मुंबई के एक प्रमुख सरकारी अस्पताल में मंगलवार शाम को उस समय हड़कंप मच गया जब एक मरीज के परिजनों ने इमरजेंसी वॉर्ड में चप्पल और जूते पहनकर जाने पर डॉक्टरों के साथ मारपीट कर दी। यह घटना अस्पताल के सुरक्षा प्रोटोकॉल और मरीजों के इलाज से संबंधित गंभीर स्थिति को दर्शाती है।
घटना का विवरण:
मंगलवार शाम को एक मरीज को तत्काल इलाज की आवश्यकता थी और उसके परिजन इमरजेंसी वॉर्ड में दाखिल होना चाहते थे। अस्पताल के नियमों के अनुसार, इमरजेंसी वॉर्ड में स्वच्छता बनाए रखने के लिए चप्पल और जूते पहनकर प्रवेश की अनुमति नहीं है। जब डॉक्टरों ने परिजनों को वॉर्ड में प्रवेश करने से रोका, तो उन्होंने इसका विरोध किया और झगड़ा शुरू कर दिया।
परिजनों ने किया हमला:
आक्रोशित परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला बोल दिया, जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। इस हिंसा में कई डॉक्टरों को गंभीर चोटें आई हैं और अस्पताल का कार्यकाल प्रभावित हुआ। पुलिस को तुरंत सूचित किया गया और मामले की जांच शुरू की गई।
अस्पताल की प्रतिक्रिया:
अस्पताल प्रशासन ने इस घटना की निंदा की है और कहा है कि सुरक्षा और स्वच्छता को बनाए रखने के लिए ऐसे नियम आवश्यक हैं। उन्होंने इस घटना के पीछे के कारणों की जांच का आश्वासन दिया और संबंधित परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात की है।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद जांच शुरू की और हमलावर परिजनों को हिरासत में ले लिया है। डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
समाज पर प्रभाव:
इस घटना ने अस्पतालों में सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया है। समाज और स्वास्थ्य सेवाओं के बीच बेहतर तालमेल और समझदारी की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाएँ न हों और मरीजों को उचित और सुरक्षित इलाज मिल सके।
अस्पताल प्रशासन और पुलिस इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं और आने वाले दिनों में इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं को सुलझाने की पूरी कोशिश की जाएगी।