चार दिन बाद RML से डिस्चार्ज हुए BJP के दोनों सांसद, डॉक्टरों की निगरानी में जारी रहेगा इलाज
बीजेपी के दोनों सांसदों को RML अस्पताल से डिस्चार्ज, इलाज की निगरानी जारी
बीजेपी के दोनों सांसद, जो हाल ही में संसद परिसर में एक विवादित घटना के दौरान घायल हो गए थे, को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। ये सांसद चार दिनों तक अस्पताल में इलाज के बाद अब डॉक्टरों की निगरानी में हैं और उनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। यह घटना संसद परिसर में उस समय घटी जब दोनों सांसदों को शारीरिक चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती किया गया।
संसद परिसर में हुआ धक्का कांड
बीजेपी के दोनों सांसद संसद भवन परिसर में हुए एक विवाद के दौरान घायल हुए थे। यह घटना उस वक्त हुई जब दोनों सांसदों ने कुछ मुद्दों को लेकर विरोध किया था और इस दौरान धक्का-मुक्की के कारण वे घायल हो गए। इस घटना ने संसद परिसर में हड़कंप मचा दिया, और घटना के बाद तुरंत उन्हें नजदीकी अस्पताल भेजा गया।
इस घटना को लेकर राजनीति गरमाई हुई है और विपक्षी दलों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। हालांकि, सरकार ने इस घटना को लेकर उचित जांच का आश्वासन दिया और कहा कि जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय डॉक्टरों का बयान
RML अस्पताल के डॉक्टरों ने पुष्टि की कि बीजेपी के दोनों सांसदों की स्थिति अब स्थिर है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद, उन्हें विभिन्न मेडिकल जांचों से गुजरना पड़ा और चिकित्सकों ने उनकी पूरी निगरानी की। डॉक्टरों ने यह भी बताया कि दोनों सांसदों की चोटें गंभीर नहीं थीं, लेकिन अब भी उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ होने में कुछ समय लगेगा।
अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, दोनों सांसदों को घर वापस भेजने से पहले उनकी शारीरिक स्थिति का पुनः मूल्यांकन किया गया और उन्हें सलाह दी गई है कि वे अपनी स्वास्थ्य जांच नियमित रूप से करवाते रहें।
बीजेपी नेताओं का बयान
बीजेपी नेताओं ने घटना की निंदा की और कहा कि इस प्रकार की घटनाएं न केवल सांसदों के लिए बल्कि लोकतंत्र के लिए भी खतरे की बात हैं। पार्टी ने संसद भवन परिसर में इस तरह की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कठोर सजा देने की मांग की है। पार्टी ने यह भी कहा कि वे इस घटना को लेकर एक गहन जांच की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।
विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं
इस घटना को लेकर विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं भी आईं, जिन्होंने इसे एक राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार के खिलाफ उठाए गए सवालों के जवाब में बीजेपी के सांसदों को जानबूझकर चोट पहुंचाई गई। हालांकि, सरकार ने इन आरोपों को नकारते हुए इसे एक दुर्घटना बताया है।
निष्कर्ष
संसद परिसर में हुई इस घटना ने राजनीति में एक नया मोड़ लिया है। बीजेपी के दोनों सांसदों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है, लेकिन उनके स्वास्थ्य में सुधार जारी है। इस घटना के बाद राजनीति में कई तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं, और यह घटना संसद में भविष्य में होने वाली बहसों और विचारों को प्रभावित कर सकती है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में सरकार क्या कदम उठाती है और किस तरह से इसे सुलझाया जाता है।