डॉन ब्रैडमैन के क्लब में शामिल हुआ उस्मान ख्वाजा, दोहरा शतक जड़कर मचाया धमाल
उस्मान ख्वाजा का ऐतिहासिक दोहरा शतक
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के दिग्गज सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में दोहरा शतक जड़कर क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। 38 वर्षीय ख्वाजा ने 352 गेंदों में 232 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 16 चौके और 1 छक्का शामिल था।
डॉन ब्रैडमैन के क्लब में हुए शामिल
ख्वाजा का यह दोहरा शतक उन्हें क्रिकेट के दिग्गज डॉन ब्रैडमैन के क्लब में शामिल करता है। 38 साल से अधिक की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले वह दूसरे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बन गए हैं। इस उपलब्धि के साथ ही उन्होंने यह साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और सही तकनीक और धैर्य से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
श्रीलंका में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ा स्कोर
ख्वाजा ने इस पारी के दौरान श्रीलंका में किसी भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर भी अपने नाम किया। इससे पहले, यह रिकॉर्ड 2004 में कोलंबो में बनाए गए जस्टिन लैंगर के 166 रनों के नाम था। ख्वाजा ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इतिहास रच दिया।
एशिया में दोहरा शतक लगाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई
ख्वाजा की इस पारी ने उन्हें एशिया में दोहरा शतक लगाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की सूची में शामिल कर दिया है। इससे पहले, मैथ्यू हेडन (201 नाबाद, चेन्नई), डीन जोन्स (210, मद्रास), ग्रेग चैपल (235, फैसलाबाद) और मार्क टेलर (334 नाबाद, पेशावर) जैसे खिलाड़ियों ने यह उपलब्धि हासिल की थी।
ख्वाजा और स्मिथ की ऐतिहासिक साझेदारी
इस मुकाबले में ख्वाजा और स्टीव स्मिथ ने तीसरे विकेट के लिए 266 रनों की जबरदस्त साझेदारी की। यह श्रीलंका में ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी टेस्ट साझेदारी बन गई है। हालांकि, 100वें ओवर में लेग स्पिनर जेफरी वेंडरसे ने स्मिथ को 141 रन पर LBW आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा।
ऑस्ट्रेलिया मजबूत स्थिति में
पहले दिन बारिश के कारण खेल जल्दी समाप्त होने के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन अपनी पारी को 330/2 से आगे बढ़ाया और 584/5 तक पहुंचा। इस शानदार प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका पर मजबूत पकड़ बना ली है और मैच को अपने पक्ष में करने की ओर अग्रसर है।
निष्कर्ष
उस्मान ख्वाजा की यह पारी उनकी क्रिकेट यात्रा का एक ऐतिहासिक पड़ाव है। उन्होंने न केवल अपने करियर का पहला दोहरा शतक जड़ा, बल्कि कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। उनकी इस शानदार बल्लेबाजी ने एक बार फिर साबित किया कि मेहनत और दृढ़ निश्चय से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह पारी निश्चित रूप से यादगार बनी रहेगी।