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हमास और इजरायल के बीच सीजफायर: तीन बंधकों की रिहाई और भारत का धन्यवाद

गाजा में 15 महीने बाद सीजफायर: एक नई शुरुआत

गाजा में 15 महीने तक चले संघर्ष के बाद आखिरकार हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम समझौता लागू हो गया। इस समझौते के तहत हमास ने तीन महिलाओं को रिहा किया, जिन्हें रेडक्रॉस की टीम ने इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) को सौंपा। यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसने इजरायल में भारी तबाही मचाई थी।


इजरायल ने भारत को क्यों कहा धन्यवाद?

सीजफायर लागू होने के बाद, भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने एक वीडियो संदेश जारी कर भारत सरकार और भारतीय लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा,

“हमारे आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करने के लिए हम भारत के आभारी हैं। भारतीय जनता और सरकार का समर्थन हमारे लिए बेहद खास है।”

भारत ने संघर्ष के दौरान शांति स्थापित करने और बंधकों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई।


भारत की भूमिका: सीजफायर के लिए लगातार आह्वान

भारत ने इस संघर्ष में हमेशा शांति की अपील की।

  1. भारत ने हमास के हमलों की कड़ी निंदा की और इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया।
  2. साथ ही, गाजा में सीजफायर और फलस्तीन मुद्दे के दो-राष्ट्र समाधान के लिए वार्ता की अपील भी की।
  3. विदेश मंत्रालय ने कहा,”हम गाजा में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे मानवीय सहायता की आपूर्ति सुचारू रूप से हो सकेगी।”

इजरायल के राजदूत ने क्या कहा?

रियुवेन अजार ने सीजफायर को संघर्ष समाधान का पहला चरण बताया। उन्होंने कहा,

“हमारा मकसद यह सुनिश्चित करना है कि हमास फिर से इजरायल के लोगों पर नरसंहार जैसा हमला न कर सके।”
उन्होंने ईरान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ईरानी शासन क्षेत्रीय शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है।


हमास और तीन बंधकों की रिहाई

सीजफायर समझौते के तहत हमास ने तीन महिलाओं को रिहा किया।

  • इन महिलाओं को रेडक्रॉस की निगरानी में IDF को सौंपा गया।
  • इस रिहाई से बंधक परिवारों को राहत मिली है।

यह समझौता भविष्य में शांति और स्थिरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।


संघर्ष का कारण: 7 अक्टूबर का हमला

7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर भीषण हमला किया था।

  • हमास ने इजरायल के शहरों पर मिसाइल और रॉकेट से हमले किए।
  • इस हमले में कई नागरिकों की जान गई और कई को बंधक बना लिया गया।
  • इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई की।

निष्कर्ष

गाजा में 15 महीने के लंबे संघर्ष के बाद हुआ यह सीजफायर शांति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। तीन बंधकों की रिहाई ने इसे और भी खास बना दिया। भारत का समर्थन और शांति के लिए प्रयास इस समझौते को सफल बनाने में अहम साबित हुए। उम्मीद है कि इससे गाजा के लोगों को राहत और मानवता को नई दिशा मिलेगी।

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