डोनाल्ड ट्रंप की हमास को धमकी: “शपथ से पहले नर्क के सारे दरवाजे खोल देंगे”
डोनाल्ड ट्रंप की हमास को चेतावनी: “शपथ से पहले नर्क के सारे दरवाजे खोल देंगे”
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमास को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि वह फिर से राष्ट्रपति पद की शपथ लेते हैं, तो “नर्क के सारे दरवाजे खोल देंगे”। यह बयान उन्होंने मार-ए-लागो में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान दिया। ट्रंप का यह बयान दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया है, खासकर मध्य-पूर्व क्षेत्र में जहां हमास का प्रभाव है।
ट्रंप का स्पष्ट संदेश
ट्रंप ने कहा, “अगर मैं फिर से शपथ लेता हूं, तो हमास को कोई भी सुरक्षा नहीं मिलेगी। हम उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और नर्क के सारे दरवाजे खोल देंगे।” यह बयान उनके दृढ़ रुख को दर्शाता है, जो उन्होंने पहले भी हमास और अन्य आतंकवादी संगठनों के खिलाफ लिया था। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब मध्य-पूर्व में संघर्ष बढ़ रहा है और दुनिया भर में आतंकवाद की चिंता अधिक हो रही है।
हमास और अमेरिका के रिश्ते
हमास को अमेरिका द्वारा एक आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित किया गया है। यह समूह मुख्य रूप से गाजा पट्टी में सक्रिय है और इज़राइल के खिलाफ कई हमले कर चुका है। ट्रंप प्रशासन ने हमेशा हमास के खिलाफ कड़े कदम उठाने का समर्थन किया है। उनका यह बयान इस ओर इशारा करता है कि यदि वह फिर से सत्ता में आते हैं, तो वह आतंकवाद के खिलाफ और भी कठोर कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
मध्य-पूर्व संकट और ट्रंप की नीति
मध्य-पूर्व क्षेत्र हमेशा से ही संघर्ष और अस्थिरता से प्रभावित रहा है। हमास, अल-कायदा और ISIS जैसे आतंकवादी समूह इस क्षेत्र में सक्रिय हैं, जो वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। ट्रंप ने जब से राष्ट्रपति पद छोड़ा है, अमेरिका की विदेश नीति में कुछ बदलाव आए हैं, लेकिन उनके इस बयान ने एक बार फिर साबित किया कि उनका रुख आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ कठोर रहेगा।
वैश्विक प्रतिक्रिया
ट्रंप के इस बयान के बाद, वैश्विक राजनीति में कई प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान केवल आंतरिक राजनीति को प्रभावित करने के लिए दिया गया है, जबकि अन्य का कहना है कि यह एक गंभीर चेतावनी है, जो वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी हो सकती है। मध्य-पूर्व में, खासकर इज़राइल और फिलिस्तीन क्षेत्र में, इस बयान को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप की हमास को दी गई यह चेतावनी एक स्पष्ट संकेत है कि वह फिर से राष्ट्रपति बनने के बाद आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए तैयार हैं। उनका यह बयान मध्य-पूर्व में बढ़ते संकट को और जटिल बना सकता है। अब यह देखना होगा कि वैश्विक नेता और संगठन इस पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं और क्या ट्रंप के इस बयान का असर अमेरिका और हमास के रिश्तों पर पड़ेगा।