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रूस-यूक्रेन युद्ध: बाइडेन ने जाते-जाते उठाया बड़ा कदम, रूस पर हमला करने को तैयार यूक्रेन

बाइडेन का ऐतिहासिक फैसला

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सत्ता छोड़ने से पहले ऐसा कदम उठाया है, जो रूस-यूक्रेन युद्ध में एक बड़ा मोड़ ला सकता है। बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को उन लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी है, जो रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला करने में सक्षम हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, इन मिसाइलों की मारक क्षमता 306 किलोमीटर (190 मील) तक है। यह फैसला यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के कई महीनों के अनुरोध के बाद लिया गया है।


रिपब्लिकन और ट्रंप की प्रतिक्रिया

  • अमेरिका में डेमोक्रेट्स की सत्ता रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के हाथ में जा रही है।
  • ट्रंप पहले ही यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की बात कर चुके हैं।
  • ट्रंप और उनकी पार्टी के कुछ सांसदों ने बाइडेन से अपील की है कि वह सत्ता हस्तांतरण के दौरान संवेदनशील मुद्दों पर संयम बरतें।

यूक्रेन की योजना: जल्द शुरू होगा मिसाइल हमला

यूक्रेन ने अमेरिकी ATACMS रॉकेट का उपयोग कर रूस पर लॉन्ग रेंज मिसाइलें दागने की योजना बनाई है।

  • ये मिसाइलें रूस के दूरस्थ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएंगी।
  • फरवरी 2022 से नवंबर 2024 तक, यूक्रेन ने इन हथियारों का उपयोग नहीं किया था।
  • अब पहली बार यूक्रेन इनका उपयोग कर रूस को जवाब देने की तैयारी में है।

उत्तर कोरिया का समर्थन और यूक्रेन की प्रतिक्रिया

  • उत्तर कोरिया ने रूस को समर्थन देने के लिए हजारों सैनिक भेजे हैं।
  • इसके जवाब में, यूक्रेन ने अमेरिका द्वारा निर्मित लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने की योजना बनाई है।

क्या है ATACMS रॉकेट?

  • ATACMS (Army Tactical Missile System) एक लंबी दूरी की मिसाइल है।
  • यह 190 मील (306 किमी) तक के लक्ष्य को सटीकता से भेद सकती है।
  • इसका उपयोग प्रचंड और घातक हमले के लिए किया जाता है।

फैसले पर उठे सवाल

बाइडेन के इस फैसले पर अमेरिका के अंदर ही विरोधाभास सामने आया है।

  • सकारात्मक पहलू:
    • यूक्रेन को तत्काल सैन्य मदद मिलेगी।
    • रूस के सैन्य ठिकानों पर दबाव बढ़ेगा।
  • नकारात्मक पहलू:
    • इस फैसले से युद्ध का स्वरूप बदल सकता है।
    • रूस इसे नाटो के रूस पर हमले के रूप में देख सकता है।
    • इससे अगले प्रशासन द्वारा युद्धविराम वार्ता की संभावनाओं को नुकसान हो सकता है।

रूस की चेतावनी

रूस ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर यूक्रेन ने अमेरिकी हथियारों का उपयोग कर हमला किया, तो इसे नाटो के रूस पर हमले के तौर पर देखा जाएगा। यह चेतावनी एक और बड़े सैन्य संघर्ष की संभावना को जन्म दे सकती है।


क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

विशेषज्ञ मानते हैं कि:

  1. बाइडेन का यह कदम यूक्रेन को तत्काल राहत दे सकता है।
  2. लेकिन, इससे युद्ध के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं, जिनसे निपटना नई अमेरिकी सरकार के लिए चुनौती बन सकता है।

निष्कर्ष

बाइडेन का ऐतिहासिक फैसला

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सत्ता छोड़ने से पहले ऐसा कदम उठाया है, जो रूस-यूक्रेन युद्ध में एक बड़ा मोड़ ला सकता है। बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को उन लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी है, जो रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला करने में सक्षम हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, इन मिसाइलों की मारक क्षमता 306 किलोमीटर (190 मील) तक है। यह फैसला यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के कई महीनों के अनुरोध के बाद लिया गया है।


रिपब्लिकन और ट्रंप की प्रतिक्रिया

  • अमेरिका में डेमोक्रेट्स की सत्ता रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के हाथ में जा रही है।
  • ट्रंप पहले ही यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की बात कर चुके हैं।
  • ट्रंप और उनकी पार्टी के कुछ सांसदों ने बाइडेन से अपील की है कि वह सत्ता हस्तांतरण के दौरान संवेदनशील मुद्दों पर संयम बरतें।

यूक्रेन की योजना: जल्द शुरू होगा मिसाइल हमला

यूक्रेन ने अमेरिकी ATACMS रॉकेट का उपयोग कर रूस पर लॉन्ग रेंज मिसाइलें दागने की योजना बनाई है।

  • ये मिसाइलें रूस के दूरस्थ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएंगी।
  • फरवरी 2022 से नवंबर 2024 तक, यूक्रेन ने इन हथियारों का उपयोग नहीं किया था।
  • अब पहली बार यूक्रेन इनका उपयोग कर रूस को जवाब देने की तैयारी में है।

उत्तर कोरिया का समर्थन और यूक्रेन की प्रतिक्रिया

  • उत्तर कोरिया ने रूस को समर्थन देने के लिए हजारों सैनिक भेजे हैं।
  • इसके जवाब में, यूक्रेन ने अमेरिका द्वारा निर्मित लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने की योजना बनाई है।

क्या है ATACMS रॉकेट?

  • ATACMS (Army Tactical Missile System) एक लंबी दूरी की मिसाइल है।
  • यह 190 मील (306 किमी) तक के लक्ष्य को सटीकता से भेद सकती है।
  • इसका उपयोग प्रचंड और घातक हमले के लिए किया जाता है।

फैसले पर उठे सवाल

बाइडेन के इस फैसले पर अमेरिका के अंदर ही विरोधाभास सामने आया है।

  • सकारात्मक पहलू:
    • यूक्रेन को तत्काल सैन्य मदद मिलेगी।
    • रूस के सैन्य ठिकानों पर दबाव बढ़ेगा।
  • नकारात्मक पहलू:
    • इस फैसले से युद्ध का स्वरूप बदल सकता है।
    • रूस इसे नाटो के रूस पर हमले के रूप में देख सकता है।
    • इससे अगले प्रशासन द्वारा युद्धविराम वार्ता की संभावनाओं को नुकसान हो सकता है।

रूस की चेतावनी

रूस ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर यूक्रेन ने अमेरिकी हथियारों का उपयोग कर हमला किया, तो इसे नाटो के रूस पर हमले के तौर पर देखा जाएगा। यह चेतावनी एक और बड़े सैन्य संघर्ष की संभावना को जन्म दे सकती है।


क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

विशेषज्ञ मानते हैं कि:

  1. बाइडेन का यह कदम यूक्रेन को तत्काल राहत दे सकता है।
  2. लेकिन, इससे युद्ध के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं, जिनसे निपटना नई अमेरिकी सरकार के लिए चुनौती बन सकता है।

निष्कर्ष

बाइडेन के इस अंतिम फैसले ने रूस-यूक्रेन युद्ध में तनाव और बढ़ा दिया है। ट्रंप के नेतृत्व में नई अमेरिकी सरकार इस पर क्या रुख अपनाएगी, यह देखने वाली बात होगी। लेकिन फिलहाल, यह कदम युद्ध को और अधिक खतरनाक स्तर पर ले जा सकता है।

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