इस्राइल-ईरान युद्ध: संभावित युद्ध से भारत पर पड़ सकते हैं भारी नुकसान, इन तीन चीजों पर होगा सीधा असर
इस्राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए संभावित युद्ध की चर्चा जोरों पर है। यदि ऐसा होता है, तो इसका भारत पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि इस स्थिति में भारत को किन तीन मुख्य क्षेत्रों में नुकसान हो सकता है।
1. ऊर्जा सुरक्षा
भारत, जो अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का एक बड़ा हिस्सा मध्य पूर्व से आयात करता है, इस संभावित युद्ध से गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है। ईरान ओपेक (OPEC) का एक महत्वपूर्ण सदस्य है और यदि युद्ध होता है, तो तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है। इससे वैश्विक तेल की कीमतों में तेजी आएगी, जो भारत जैसे विकासशील देशों के लिए आर्थिक संकट का कारण बन सकती है। उच्च तेल कीमतें महंगाई को बढ़ाएंगी और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर डालेंगी।
2. व्यापारिक संबंध और निर्यात
भारत और ईरान के बीच व्यापारिक संबंध महत्वपूर्ण हैं, विशेष रूप से खाद्य उत्पादों, औषधियों और अन्य वस्तुओं के क्षेत्र में। अगर युद्ध छिड़ता है, तो यह संबंध बाधित हो सकते हैं। इससे भारत का निर्यात प्रभावित होगा और निर्यात बाजार में कमी आएगी। ईरान के साथ भारत का व्यापार, खासकर चाबहार पोर्ट के माध्यम से, भी संकट में पड़ सकता है, जिससे क्षेत्रीय व्यापारिक गतिविधियों पर नकारात्मक असर होगा।
3. सुरक्षा और सामरिक स्थिति
इस्राइल और ईरान के बीच युद्ध का परिणाम न केवल स्थानीय बल्कि वैश्विक सुरक्षा पर भी पड़ सकता है। भारत को अपने सुरक्षा रणनीतियों को पुनः परिभाषित करना पड़ सकता है, खासकर पाकिस्तान और चीन के साथ अपने संबंधों के संदर्भ में। क्षेत्रीय अस्थिरता भारत को सुरक्षा खतरों का सामना करने के लिए मजबूर कर सकती है, जिससे सैन्य और सुरक्षा खर्च में वृद्धि हो सकती है।