पूर्व राष्ट्रपति ने लड्डू विवाद पर जताई चिंता, मिलावट को बताया पाप
पूर्व राष्ट्रपति ने हाल ही में तिरुपति के प्रसिद्ध लड्डू विवाद पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब उन्हें काशी का प्रसाद मिला, तो उनके दिमाग में तिरुपति के लड्डू की गुणवत्ता को लेकर चिंताएँ खटकीं।
प्रमुख बिंदु:
- लड्डू विवाद:
- तिरुपति के प्रसिद्ध लड्डू में मिलावट के आरोपों ने लोगों में आशंका पैदा कर दी है। पूर्व राष्ट्रपति ने इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
- मिलावट को बताया पाप:
- उन्होंने कहा कि धार्मिक प्रसाद में मिलावट करना न केवल आस्था का अपमान है, बल्कि यह एक पाप भी है। उन्हें आशंका है कि इससे श्रद्धालुओं की आस्था प्रभावित हो सकती है।
- गुणवत्ता की आवश्यकता:
- पूर्व राष्ट्रपति ने लड्डू की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सख्त नियमों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सभी धार्मिक स्थलों पर शुद्धता बनाए रखने की अपील की।
- सामाजिक प्रभाव:
- उनका मानना है कि ऐसी घटनाएँ समाज में विश्वास और श्रद्धा को कमजोर कर सकती हैं, जिससे लोगों का धार्मिक स्थलों से दूर होना संभव है।
- सरकार और प्रशासन का ध्यान:
- पूर्व राष्ट्रपति ने सरकार और संबंधित प्रशासन से अपील की कि वे इस मुद्दे पर ध्यान दें और श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आस्था की रक्षा करें।