पर्थ टेस्ट: राहुल-यशस्वी ने रचा इतिहास, टीम इंडिया का दबदबा
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में भारत की मजबूत पकड़
भारत ने पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में चल रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने दूसरी पारी में बिना विकेट गंवाए 172 रन बना लिए हैं और कुल 218 रनों की बढ़त हासिल कर ली है।
यशस्वी और राहुल की यादगार पारियां
भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी की। दोनों ने पहले विकेट के लिए नाबाद 172 रनों की साझेदारी की। यशस्वी 90 और राहुल 62 रन बनाकर क्रीज पर टिके हुए हैं।
20 साल बाद दोहराया इतिहास
ऑस्ट्रेलियाई धरती पर किसी भारतीय ओपनिंग जोड़ी ने 20 साल बाद शतकीय साझेदारी की है। पिछली बार 2004 में वीरेंद्र सहवाग और आकाश चोपड़ा ने सिडनी टेस्ट में पहली पारी में 123 रनों की साझेदारी की थी।
भारतीय गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
इससे पहले, भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर समेट दिया। कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने 5 और हर्षित राणा ने 3 विकेट झटके।
बुमराह की घातक गेंदबाजी
बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया। उन्होंने एलेक्स कैरी का विकेट लेकर अपनी पारी में 5 विकेट पूरे किए। इससे पहले उन्होंने चार विकेट झटके थे।
तीनों सेशन भारत के नाम
दिन के तीनों सेशन भारत के पक्ष में रहे। सुबह के सेशन में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 104 रनों पर समेट दिया और 46 रनों की बढ़त हासिल की। दूसरे सेशन में राहुल और यशस्वी ने शानदार शुरुआत की और भारत का स्कोर 84/0 तक पहुंचाया। तीसरे सेशन में दोनों ने बिना विकेट गंवाए 88 रन और जोड़े।
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज रहे बेअसर
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पूरी तरह बेअसर साबित हुए और विकेट के लिए तरसते रहे। भारतीय बल्लेबाजों ने धैर्य और तकनीक का बेहतरीन प्रदर्शन किया।
निष्कर्ष
भारत ने पर्थ टेस्ट में अपनी स्थिति को बेहद मजबूत कर लिया है। यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की सलामी जोड़ी ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। भारतीय गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन कर टीम को मजबूत बढ़त दिलाई। अगले दिन भारत की नजरें बढ़त को और बड़ा करने और ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर रखने पर होंगी।