दिल्ली की आप सरकार और उपराज्यपाल सचिवालय के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार और उपराज्यपाल सचिवालय के बीच एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को दोनों पक्षों ने राष्ट्रीय राजधानी में 24 अस्पताल परियोजनाओं के पूरा होने में देरी के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया।
मुख्य बिंदु:
- आपराधिक आरोप:
- आप सरकार ने आरोप लगाया है कि उपराज्यपाल सचिवालय ने योजनाओं को मंजूरी देने में विलंब किया है, जिसके चलते अस्पतालों का निर्माण समय पर पूरा नहीं हो पाया।
- वहीं, उपराज्यपाल कार्यालय ने उत्तरदायित्व से बचते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से आवश्यक दस्तावेज समय पर उपलब्ध नहीं कराए गए, जिसके कारण परियोजनाएँ प्रभावित हुई हैं।
- अस्पताल परियोजनाएँ:
- दिल्ली में 24 अस्पताल परियोजनाएँ चल रही हैं, जिनका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना है। लेकिन समय पर निपटान न होने के कारण लोगों को उचित स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त करने में दिक्कतें आ रही हैं।
- इन अस्पतालों के निर्माण में देरी से कई मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे स्थिति और बिगड़ रही है।
- राजनीतिक बयान:
- आप सरकार ने इस मुद्दे को लेकर उपराज्यपाल की भूमिका पर सवाल उठाया है और कहा है कि उनकी नकारात्मकता से लोगों को परेशानी हो रही है।
- उपराज्यपाल कार्यालय ने इसे राजनीतिक ड्रामा करार देते हुए कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना है।